नमस्कार दोस्तों,
क्या यह वायरस इंसानों की गलतियों की वजह से अपना कहर ढा रहा है ?
क्या फिर इंसानों पर यह वायरस कुदरत का कहर है ?
इन सवालों का जवाब देना शायद हमें आसान लगेगा क्योंकि हम सब जानते हैं , कि वायरस कहां से आया और किस तरह फैलता है ।इस वजह सेहम ऊपर दिए गए सवालों में से यही चुनेंगे कोरोनावायरस की देन हम इंसान ही है । तो क्या हमारी गलती है ,यह कोरोनावायरस ने पूरी दुनिया के लोगों को अपना निशाना बनाया । कहीं ना कहीं शायद हम भी जिम्मेदार है क्योंकि जिस तरह कोरोना फैला और कहां से कहां पहुंच गया शायद उनके जिम्मेदार हम भी हैं ।
लोगों ने जिस तरह कोरोना को आगे बढ़ने में मदद की जैसे कि । भीड़ में त्योहारों को मनाना ,तरह-तरह के मेले करना ,इससे कहीं सारे रस्ते दिए हमने करोना को बढ़ने के लिए । इन सभी को ध्यान में रखकर हम यही कह सकते हैं की कोरोनावायरस इंसानों की गलतियों से ही बड़ा ।
कोरोना महामारी ने हमारी दुनिया को जिस तरह तबाह किया वहां पहली बार नहीं है। इस महामारी की तरह 200 या 300 साल पहले ने भी कहीं महामारी ओनै सैकड़ों लोगों की जान ली है । तो आइए जानते हैं कब कब और किस तरह लोगों ने अपनी जान गवाई है ।
100 साल के बाद इसी तरह हर लोगों को किसी महामारी से अपनी जान गंवानी पड़ती है। तो यहां हर 100 साल के बाद महामारी का आना कुदरत का कुछ संकेत है ? या फिर दुनिया के इंसानो पर कुदरत का कहर ?
1) 1720 - खतरा प्लैग का : -
1720 खतरा प्लैग का पूरी दुनिया में फैला । इसके कारण पूरी दुनिया के लोग प्रभावित हुए। फ्रांस का एक शहर मार्शिलै वहां इसकी असर ज्यादा हुई । उस वजह से इसै ग्रेट प्लेग ऑफ मार्सिले भी कहा जाता है । इसी दौरान कलाकार मिशेल सिरे नै एक पेंटिंग बनाई थी और अपने चित्र में इस रोग से मरने वाले लोगों की हालत दर्शाई थी।
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इस रोग की वजह सै मार्सिले लगभग एक लाख से ज्यादा लोगों की मृत्यु हुई थी । रोग फैलते ही लगभग 50000 लोगों की जान चली गई थी, इसके बाद उससे अगले एक- दो बरस मैं 50,000 लोगों की जान गई थी ।
2) 1820 - कोलेरा का कहर : -
1720 के बाद 1820 यानी कि 100 साल बाद दुनिया पर नया खतरा कोलेरा के रुप मैं आया। कोलेरा कि इस महामारी ने दुनिया के सभी देशों पर जैसे कि जापान, चीन, भारत, ओमान, सीरिया, बैंकॉक इत्यादि अपना कहर बरसाया ।
1820 मैं फैले हुए कोलेरा से सैकड़ों लोगों ने अपनी जान गवाई। दवाई ना मिलने से कोलेरा के सामने कहीं लोगों ने अपनों की जान जाती हुई देखी । कोलेरा की वजह से बहुत सारे देश प्रभावित हुए ,जावा में लगभग 100000 लोगों की जान इस रोग की वजह से हुई थी। थाईलैंड और इंडोनेशियामैं भी सैकड़ों लोगों ने अपनी जान कोलेरा की वजह से गई थी।
3) 1920 मैं आया स्पेनिश फ्लू :-
100 साल बाद फिर से दुनिया पर नई महामारी का खतरा आया । उस खतरे का नाम था स्पेनिश फ्लू । इस महामारी की वजह से फिर से सभी दुनिया के लोग प्रभावित हुए । स्पेनिश फ्लू ने भी सैकड़ों लोगों को अपनी चपेट में लिया ।
यह रोग फैला तो 1918 से था पर उसकी ज्यादा असर 1920 मे हुई थी । ईस रोग की वजह से लगभग पूरी दुनिया में एक करोड़ से लेकर 5 करोड़ के बीच लोगों ने अपनी जान गवाई ।
4) 2019- 2020 खतरा कोरोनावायरस का :-
100 साल बाद फिर से लोगों के सामने नई महामारी आ खड़ी हुई । कोरोनावायरस ने दुनिया के सभी देशों के लोगों को बेबस ,लाचार बना दिया । कोरोनावायरस की वजह से दुनिया बड़े बड़े देश प्रभावित हुए । इस महामारी की वजह से सैकड़ों लोग अपनी जान ,गवा चुके हैं ।
कोरोनावायरस की वजह से जो हालत हुई है ,हम सभी उनसे परिचित है ।
तो हर 100 साल बाद एक नई महामारी का दुनिया पर आना और सैकड़ों लोगों की जान लेना, क्या यह हमारी गलतियां है ? क्या है फिर कुदरत का कहर ?
3 Comments
Kafi had tak inshan ki galti hai hame sare niyamo ka achhe se palan karna chahiye....
ReplyDeleteNice
ReplyDeleteबहुत अच्छी जानकारी l
ReplyDeleteधन्यवाद l जी 🌹